Politics

aaj_kal_banate_hai

अ). क्षेत्र के ईमानदार व सक्रिय व्यक्तियों को पवित्र कुरआन की आयत ‘AMRU-HUM SHURA BAINA-HUM’ (ऐ ईमानवालो) अपने कामों को आपसी मशवरे से किया करो” (42:38) के एहक़ाम के अनुसार शूरा में शामिल करना।
ब). बहुसंख्यक पार्टियों व संगठनों को “सहयोग दीजिये-सहयोग लीजिये” के सिद्धान्त के आधार पर एलाइंस में शामिल करना।
स). चुनावो में जनमत संग्रह (शूरा) के जरियें किसी अच्छे उम्मीदवारो का नाम आम सहमति से तय करके उन्हे जिताने का प्रयास करना।
द). वोटरलिस्ट में 100% नामों को शामिल कराना व 100% वोटिंग को यक़ीनी बनाना।
य). देशभर के एमपी, एमएलए व कौसलरों का रिपोर्ट कार्ड बनाना.
र). चुनावी क्षेत्र के परिसीमन व सीटो के आरक्षित करने में मनमानी को रोकना।
ल). अल्पसंख्यको की प्रमुख समस्याओं के समाधान का हर संभव प्रयास करना।

अपनी पार्टी आफ इंडिया के सदस्य कैसे बने व बनाये और उसके अधिकार
1. कोई भी शिक्षित, ईमानदार व निष्पक्ष अल्पसंख्यक @Rs.1/- प्रतिदिन का देकर सदस्य बनने के लिए अनुरोध सकते है.
2. कोई भी सदस्य ज्यादा से ज्यादा लोगो को सदस्य बनाकर एरिया आर्डिनेटर और सबसे ज्यादा सदस्य बनाकर वार्ड चीफ कोआर्डिनेटर बन सकता है.
3. जो शख्स इन कोआर्डनेटरो की हिम्मत अफजाई, रहनुमाई और जरूरत पड़ने पर अपने क्षेत्र में मिटिगो का इंतजाम कर सकने में सामर्थ हो व दिल्ली की साल में कम से कम एक मिटिंग में अपने खर्च से शिरकत कर सकता हो..वो नेशनल एडवाईजरी कौसिल में शामिल हो सकता है.
4. नियमों की खिलाफवर्जी करने या सक्रिय न होने पर किसी की भी सदस्यता समाप्त करने, जिम्मेदारी से हटाने व नियमो को बदलने का पूर्ण अधिकार राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर या अधिकार प्राप्त संस्थापको के पास सुरक्षित होगा.

निवेदकः राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर