Aap Ki Awaz Programmes – Hindi – Advt

1. अपनी पार्टी आफ ईंडियाः अल्पसंख्कों-दलितों के वोटों को विभाजन पर विराम लगाकर देशभर के आधे से अधिक एमपी, एमएलए व कौसलरों आदि की जीत को यक़ीनी बनाना है। अल्पसंख्यकों को पवित्र कुरआन की आयत ‘amru-hum shura baina-hum’ (ऐ ईमानवालो) अपने कामों को आपसी मशवरे से किया करो” (42:38) यानी “शूरा” व बहुसंख्यको को “सहयोग दीजिये-सहयोग लिजिये” के सिद्धान्त पर संगठित करके आगामी चुनावो में किसी एक उम्मीदवार को आमराय से तय करके उसे जिताने का हर संभव प्रयास करना है.

2. ग्लोबल मीडिया हाउसः मीडिया न्याय व अधिकारो को प्राप्त करने का प्रमुख ज़रिया है। अतः न्यूज़ चैनेल, पोर्टल, न्यूज सर्विसों व सोशल मीडिया व के जरियें देश-विदेश के 25 करोड़ लोगो तक पहुँचाने के लक्ष्य पर काम दिनरात चल रहा है। देश की प्रमुख पार्टियों, नेताओं व प्रशासनिक अधिकारियों के गुणदोष के आधार पर रिपोर्टकार्ड विशेष आकर्षण का केंद्र है।

3. सूचना एवं सहायता केंद्रः समाज के चौतरफा विकास के लिए आवश्यक शिक्षा, रोजगार, मीडिया, सरकारी योजनाऐ, इंपोर्ट-एक्सपोर्ट, व्यापार, इंवेस्टमेंट, कानूनी सलाह, प्रापर्टी, स्वास्थ, सर्विसेज़, प्रोफेशनल, विज्ञापन, एग्रीकल्चर, मैकेनिक, टेकनीशियन, टैक्स, प्रिटिंग, वेबसाईड व साफ्यटवेयर, टैक्स, ट्रासलेटर, तलाशे-रिश्ता, आरटीआई आदि जैसे कोई भी काम आप करते है, पार्ट-फुल टाईम कर सकते है या आदि से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी हासिल कर सकते है।

4. ई-लाईब्रेरी आँफ रिलीजंसः विश्व के सभी धर्मो की अहम किताबो को यूनीकोड में आनलाईन करने का पुण्य कार्य की शुरुआत कर रहे है. इस तरह करोड़ो लोगो तक घर बैठे धर्म का ज्ञान देना हजारो इदारे कायम करने से बड़ा काम है. कोई भी व्यक्ति कोई भी किताब सिर्फ टाईपिंग खर्च देकर स्पांसर कर सकता है. साथ में अपने माता-पिता या परिवार के किसी के लिए भी सवाब की अपील और अपने व्यापार आदि का विज्ञापन दे सकता है। स्पाँसर कीजिये.

5. राहत फाउंडेशन आफ इंडिया (रजिस्ट्रड ट्रस्ट का उपक्रम) यानी बैतुलमाल इस्लामी निज़ाम और मानवता की सेवा व सहायता का अहमतरीन हिस्सा रहा है, इसमें दी गई रकम को 100% पारदर्शी, सिस्टेमिक, तहक़ीक व तस्दीक़ के साथ खर्च वगैरह के सारे काम आपकी राय से करने वाला मुल्क का अपनी तरीके का पहला इदारा है जैसे अस्पतालों व पुलिस थानों मे लावारिस लाशों के कफन-दफन का इंतजाम, जेलों में सजा काट चुके कैदियों की रिहाई, फ्रि कोचिग, गरीबों के इलाकें की मसाजिद की तामीर व देखभाल, यतीन, बेवा व लाचार की इमदाद करना और आपकी आवाज़ के कार्यक्रमों का लागू करना हैः